‘राष्ट्र-निर्माण में पत्रकारिता की भूमिका’ संगोष्ठी संपन्न


द्वारका केे सेक्टर-2स्थित  भास्कराचार्य कॉलेज ऑफ़ एप्लाइड साइंसेज में गत दिवस आयोजित गोष्ठी में देश भर के अनेक जाने -माने पत्रकारों एवं पत्रकारिता के छात्र के अतिरिक्त बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिकों ने ‘राष्ट्र निर्माण में पत्रकारों की भूमिका’ विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, उत्तम जिला के तत्वावधान एवं शिक्षाविद श्री पवन सिंघल की अध्यक्षता में आयोजित इस संगोष्ठी की शुरूआत करते हुए राष्ट्र किंकर के संपादक डॉ. विनोद बब्बर ने पत्रकार की महत्वपूर्ण जिम्मेवारी को रेखांकित करते हुए श्रीमद् भागवत गीता के दो मुख्य पात्रों श्रीकृष्ण और संजय का उदाहरण दिया। उनके अनुसार संजय केवल आंखों देखा हाल सुनाने वाला कमेंटेटर है लेकिन श्रीकृष्ण प्रेरक है। कर्म पथ के प्रवक्ता है। हर पत्रकार को तय करना है कि उसे लोकमान्य बालगंगाधर तिलक की पत्रकारिता द्वारा स्थापित आदर्श का अनुसरण करना है या वर्तमान में भाषा और संस्कृति को बिगाड़ने पर आमादा मुट्टीभर पत्रकारों की भीड़ बढ़ानी है।
 ब्रॉडकास्टर्स एडिटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री एन.के. सिंह ने बड़ी स्पष्टता से कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग में गिरावट आयी है और उससे निश्चित रूप से पत्रकार जगत भी अछूता नहीं है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रशंसा करते हुए श्री सिंह ने कहा कि समस्या का हल चरित्र निर्माण के अतिरिक्त कुछ और नहीं है. उन्होंने इशारों इशारों में चरित्र निर्माण की प्रथम पाठशाला यानि परिवार, संयुक्त परिवार की तरफ ध्यान दिलाया. वहीं पत्रकार जगत में काम करने वाले व्यक्तियों को उन्होंने अपनी जरूरतें कम रखकर देश-सेवा करने को प्रमुखता से बताया
नेटवर्क-18 से जुड़े श्री भूपेंद्र चौबे के अनुसार- पत्रकार राष्ट्र अथवा समाज निर्माण करे या स्वयं का निर्माण करे। उन्होंने कार्यक्रमों के गिरते स्तर को बाजारवाद को पत्रकारिता के ऊपर हावी होने का परिणाम बताते हुए जनता को कार्यक्रम पसंद न होने पर चैनल बदल देने या अख़बार न पढ़ने का तर्क दिया तो सभागार में इसपर तीव्र प्रतिक्रिया हुई। राष्ट्र किंकर  उप-संपादक मिथिलेश ने प्रतिवाद करते हुए कहा कि यदि समाज के सभी जिम्मेवार लोग हर गलती के लिए जनता को ही जिम्मेवार ठहराएंगे तो यह उनके द्वारा स्वयं की जिम्मेवारी से मुंह मोड़ने वाली बात होगी जोकि स्वस्थ्य और सभ्य परंपरा नहीं कही जा सकती। 
हरियाणा के मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री राजकुमार ने हरियाणा में जमीनों के बिकने के बाद आये अथाह पैसे के दुरूपयोग का ज़िक्र करते हुए उसे पत्रकारिता से जोड़ने की कोशिश की तो हिंदुस्तान समाचार एजेंसी से जुड़े श्री भाला ने अपने सभी पत्रकार बंधुओं को हिंदुस्तान समाचार एजेंसी से जुड़कर राष्ट्रीय विचारों को आगे लाने का आग्रह किया। श्री सिंघल के अध्यक्षीय वक्तव्य के पश्चात प्रश्नंमच के अतर्गत पत्रकारिता से संबद्ध छात्रों ने प्रस्तुत व्याख्यान पर अपना शंका समाधान किया। 
इससे पूर्व सभी मंचासीन अतिथियों ने भारत माता के चित्र के सम्मुख  दीप -प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की तो  भास्कराचार्य कॉलेज के आचार्य और जिला प्रचार प्रमुख श्री विकास त्यागी ने सभी अतिथियों का पुष्प-गुच्छ से स्वागत किया। कार्यक्रम के अंत में उत्तम नगर ज़िले के कार्यवाह श्री अंबरीश कुमार ने सभी अतिथियों एवं पत्रकारों का आभार व्यक्त करते हुए समाज और राष्ट्र निर्माण में सभी को अपनी भूमिका सुनिश्चित करने का आह्वान किया। श्री विकास त्यागी द्वारा संचालित इस अभूतपूर्व चर्चा के पश्चात सभी ने सहभोज का आनंद लिया। 
‘राष्ट्र-निर्माण में पत्रकारिता की भूमिका’ संगोष्ठी संपन्न ‘राष्ट्र-निर्माण में पत्रकारिता की भूमिका’ संगोष्ठी संपन्न Reviewed by rashtra kinkar on 20:48 Rating: 5

1 comment